राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने लोहड़ी, मकर संक्रान्ति, पोंगल, भोगाली बिहू, उत्तरायण की पूर्व संध्या पर देश और विदेश में रह रहे सभी देशवासियों को बधाई दी है. राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, लोहड़ी, मकर संक्रान्ति, पोंगल, भोगाली बिहू, उत्तरायण और पौष पर्व के अवसर पर मैं भारत और विदेशों में रहने वाले सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं.
राष्ट्रपति भवन से एक विज्ञप्ति के अनुसार, कोविंद ने कहा कि हमारे देश में मनाए जाने वाले अधिकांश त्यौहार प्रकृति और कृषि के साथ हमारे अभिन्न संबंधों को दशार्ते हैं. लोहड़ी, मकर संक्रान्ति, पोंगल, भोगाली बिहू, उत्तरायण और पौष पर्व के त्योहार फसलों की कटाई के मौसम को चिह्न्ति करते हैं, क्योंकि सर्दियों का मौसम समाप्त होता है और वसंत ऋतु की शुरूआत होती है.
उन्होंने कहा कि लोग अच्छी फसल उत्पादन का आनंद लेते हैं और इन त्योहारों को मनाते हैं जो हमारे पर्यावरण को संरक्षित रखने की आवश्यकता को भी रेखांकित करते हैं. यह न केवल भारतीय विविधता का उदाहरण है बल्कि हमारे देश की विविधता में एकता का भी उदाहरण है. राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि ये त्यौहार लोगों में भाईचारे की भावना का विकास करें और हमारे देश में समृद्धि और खुशियां बनी रहें.
राष्ट्रपति भवन से एक विज्ञप्ति के अनुसार, कोविंद ने कहा कि हमारे देश में मनाए जाने वाले अधिकांश त्यौहार प्रकृति और कृषि के साथ हमारे अभिन्न संबंधों को दशार्ते हैं. लोहड़ी, मकर संक्रान्ति, पोंगल, भोगाली बिहू, उत्तरायण और पौष पर्व के त्योहार फसलों की कटाई के मौसम को चिह्न्ति करते हैं, क्योंकि सर्दियों का मौसम समाप्त होता है और वसंत ऋतु की शुरूआत होती है.
उन्होंने कहा कि लोग अच्छी फसल उत्पादन का आनंद लेते हैं और इन त्योहारों को मनाते हैं जो हमारे पर्यावरण को संरक्षित रखने की आवश्यकता को भी रेखांकित करते हैं. यह न केवल भारतीय विविधता का उदाहरण है बल्कि हमारे देश की विविधता में एकता का भी उदाहरण है. राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि ये त्यौहार लोगों में भाईचारे की भावना का विकास करें और हमारे देश में समृद्धि और खुशियां बनी रहें.
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