#HindiNews #ABPNews #LatestNews *Question*
झारखंड की राजनीती में एक नया आरोप प्रत्यारोप का दोर शुरू होगया है। क्या आरोप लगा रहे है आप इस समय वर्तमान मुख्यमंत्री पर?
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, झारखंड की जनता ने उन्हें झारखंड की सेवा करने के लिए गद्दी में बैठाया था। लेकिन जनता की सेवा के बजाय वो जनता की सेवा के बजाय सुव्य की सेवा में लगे हुए है। अपने नाम ही रांची के अंगार में खदान के लिए ज़मीन खरीदी है। धारा 191 , 9A के तहत उलंघन का मामला बनता है। हमने एक ही मांग की है की इनको सदास्थाता समाप्त की जाए।
*Question*
इस पर राजनीती हो रही है यह कहा जा रहा है की आप विपक्ष में है इसलिए इस तरह के आरोप लगा रहे है और जानबूछ कर इसको तोल दे रहे है?
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
सत्ता पक्ष और विपक्ष की बात नहीं है। सत्ता आती जाती रहती है। बात है लोकतान्त्रिक मूल्यों की। जहा लोकतंत्र में जनता का साशन, जनता के लिए काम होते है लेकिन इस राज्य में हेमंत सोरेन जी ने परिवार के लिए, परिवार के द्वारा और परिवार के लिए चलता है साशन। इसलिए सरकार में जो भी काम हो रहे है वो सर्फ एक परिवार के द्वारा साशन चलाई जा रही है और एक परिवार के हित के लिए ही काम हो रहा है। सिर्फ माननीय हेमंत सोरेन जी ही गलत नहीं है बल्कि इनकी पत्नी श्रीमती कल्पना सोरेन जी को माननीय मुख्यमंत्री जी ने एक बयान दिया था की "आदिवासी क्षेत्र के लोग भी उद्योग में आये और एक झगह चिन्हित किया था तो कोई आदिवासी को वह झगह मिला नहीं। लेकिन अपनी पत्नी के नाम पर 11 एकड़ में "क्विक प्रोसेसिंग प्लांट" के नाम पर ज़मीन लिया हुआ है। उस कमपनी में दोनों बेहेन - हेमंत सोरेन जी की साली भी और पत्नी निदेशक मंडल में है। इस तरह इन्होने साशन का दुरूपयोग किया है। मैं मानता हूँ की यह भ्रष्टाचार निवारण अधिवियोग - धारा 188 (2) के तहत बी सी एड का मामला बनता है। माननीय हेमंत सोरेन जी आपराधिक कदाचार करने का काम किया है।
*Question*
चुनाव आयोग तक भी रिपोर्ट भेजी है बाकि साडी बाते भी आपने की है इस समय क्या स्थिति है?
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधि सदस्य राज्यपाल जी से मिलकर सारी बात की जानकारी दी और जो समिधान कहता है कानून कहता है उनके अनुसार काम हो। माननीय महामुईन उन पत्रों को मुख्य चुनाव आयोग में भेजा है। मुख्य चुनाव आयोग ने यहाँ के मुख्य सचिव को जो हमलोगो ने आरोप लगाया था उस तत्य का रिपोर्ट उन्होंने माँगा है। जैसे जानकारी मिल रही है की कल राज्य सरकार के मुख्य सचिव मुख्य चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेज दिए है। अब हम इंतज़ार कर रहे है जाँच चल रही है। मेरा यह मानना है और यह मेरी मांग भो होगी की जो लोग धारा 191 , 9A के तहत अगर महामाई अयोग्य ठहराए।
*Question*
अयोग्यता के लिए जो अभी पत्नी पर भी आरोप लग रहे है की उनका भी है वह पर ज़मी आवंड़ित हुई है और उसके साथ साथ अभी खदान जो आवंड़ित हुई है यह एक एकड़ से भी कम है कैसे देखते है इस मुद्दे को?
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
उनकी पत्नी के नाम पर जो प्लाट लिया हुआ है वो 11 एकड़ में है।
*Question*
उनके नाम पर जो खदान आवंड़ित हुई है
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
कानून कहता है की जब तक आप मुख्यमंत्री पद पर है, तो सरकार में कोई व्यापार कोई लीच आप नहीं कर सकते है। सिर्फ माननीय मुख्यमंत्री जी ही नहीं उनके छोटे भाई भी बसंत सोरेन भी पाकुर में भी ऐसी की खदान प्राप्त हुई है। एक और इनका मंत्री है मिथिलेश कुमार ठाकुर वो अभी सरकारी व्यापर कर रहे है। बात एक एकड़ और 11 एकड़ का नहीं है बात है कानून का। भारत सरकार का कोर्ट ऑफ़ कंटेंट भी है - कोई मंत्री सरकार में व्यापर नहीं कर सकता। अगर पूर्व मैं भी है तो 2 महीने के अंदर उनको सरेंडर करना चाहिए। उन्होंने भारत के कोर्ट ऑफ़ कंटेंट का भी उलंघन किया है।
*Question*
मुक्यमंत्री ने जो आवेदन दिया है पत्थर खदान के लिए उसमे अपना नाम और पता पैतृक लिखा हुआ है - मुख्यमंत्री आवास नहीं लिखा है - किस तरह से पुरे कागज़ मंजूर हुए है उस पूरी प्रक्रिया को कैसे देखते है?
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
सारी कागज हमने राज्य्पाल को दे दी है अब इस मामले की जाँच चल रही है और मैं इसमें कहना उचित नहीं लगता है। जाँच हो रही है और निश्चित रूप से जो तत्य हमने दिए है एकदम सही तत्य है सारे दस्तावेजों को हमने सूचना का अधिकार से निकल कर ही दिए है। मुझे पूरा भरोसा है की जो दस्तावेज़ है उसके आधार पर इन पर डिसक्वालिफाई का मामला बनता है।
*Question*
मामला बनता है और सुनवाई भी हो रही है लेकिन इंतज़ार है नतीजे का।
झारखंड की राजनीती में एक नया आरोप प्रत्यारोप का दोर शुरू होगया है। क्या आरोप लगा रहे है आप इस समय वर्तमान मुख्यमंत्री पर?
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, झारखंड की जनता ने उन्हें झारखंड की सेवा करने के लिए गद्दी में बैठाया था। लेकिन जनता की सेवा के बजाय वो जनता की सेवा के बजाय सुव्य की सेवा में लगे हुए है। अपने नाम ही रांची के अंगार में खदान के लिए ज़मीन खरीदी है। धारा 191 , 9A के तहत उलंघन का मामला बनता है। हमने एक ही मांग की है की इनको सदास्थाता समाप्त की जाए।
*Question*
इस पर राजनीती हो रही है यह कहा जा रहा है की आप विपक्ष में है इसलिए इस तरह के आरोप लगा रहे है और जानबूछ कर इसको तोल दे रहे है?
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
सत्ता पक्ष और विपक्ष की बात नहीं है। सत्ता आती जाती रहती है। बात है लोकतान्त्रिक मूल्यों की। जहा लोकतंत्र में जनता का साशन, जनता के लिए काम होते है लेकिन इस राज्य में हेमंत सोरेन जी ने परिवार के लिए, परिवार के द्वारा और परिवार के लिए चलता है साशन। इसलिए सरकार में जो भी काम हो रहे है वो सर्फ एक परिवार के द्वारा साशन चलाई जा रही है और एक परिवार के हित के लिए ही काम हो रहा है। सिर्फ माननीय हेमंत सोरेन जी ही गलत नहीं है बल्कि इनकी पत्नी श्रीमती कल्पना सोरेन जी को माननीय मुख्यमंत्री जी ने एक बयान दिया था की "आदिवासी क्षेत्र के लोग भी उद्योग में आये और एक झगह चिन्हित किया था तो कोई आदिवासी को वह झगह मिला नहीं। लेकिन अपनी पत्नी के नाम पर 11 एकड़ में "क्विक प्रोसेसिंग प्लांट" के नाम पर ज़मीन लिया हुआ है। उस कमपनी में दोनों बेहेन - हेमंत सोरेन जी की साली भी और पत्नी निदेशक मंडल में है। इस तरह इन्होने साशन का दुरूपयोग किया है। मैं मानता हूँ की यह भ्रष्टाचार निवारण अधिवियोग - धारा 188 (2) के तहत बी सी एड का मामला बनता है। माननीय हेमंत सोरेन जी आपराधिक कदाचार करने का काम किया है।
*Question*
चुनाव आयोग तक भी रिपोर्ट भेजी है बाकि साडी बाते भी आपने की है इस समय क्या स्थिति है?
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधि सदस्य राज्यपाल जी से मिलकर सारी बात की जानकारी दी और जो समिधान कहता है कानून कहता है उनके अनुसार काम हो। माननीय महामुईन उन पत्रों को मुख्य चुनाव आयोग में भेजा है। मुख्य चुनाव आयोग ने यहाँ के मुख्य सचिव को जो हमलोगो ने आरोप लगाया था उस तत्य का रिपोर्ट उन्होंने माँगा है। जैसे जानकारी मिल रही है की कल राज्य सरकार के मुख्य सचिव मुख्य चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेज दिए है। अब हम इंतज़ार कर रहे है जाँच चल रही है। मेरा यह मानना है और यह मेरी मांग भो होगी की जो लोग धारा 191 , 9A के तहत अगर महामाई अयोग्य ठहराए।
*Question*
अयोग्यता के लिए जो अभी पत्नी पर भी आरोप लग रहे है की उनका भी है वह पर ज़मी आवंड़ित हुई है और उसके साथ साथ अभी खदान जो आवंड़ित हुई है यह एक एकड़ से भी कम है कैसे देखते है इस मुद्दे को?
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
उनकी पत्नी के नाम पर जो प्लाट लिया हुआ है वो 11 एकड़ में है।
*Question*
उनके नाम पर जो खदान आवंड़ित हुई है
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
कानून कहता है की जब तक आप मुख्यमंत्री पद पर है, तो सरकार में कोई व्यापार कोई लीच आप नहीं कर सकते है। सिर्फ माननीय मुख्यमंत्री जी ही नहीं उनके छोटे भाई भी बसंत सोरेन भी पाकुर में भी ऐसी की खदान प्राप्त हुई है। एक और इनका मंत्री है मिथिलेश कुमार ठाकुर वो अभी सरकारी व्यापर कर रहे है। बात एक एकड़ और 11 एकड़ का नहीं है बात है कानून का। भारत सरकार का कोर्ट ऑफ़ कंटेंट भी है - कोई मंत्री सरकार में व्यापर नहीं कर सकता। अगर पूर्व मैं भी है तो 2 महीने के अंदर उनको सरेंडर करना चाहिए। उन्होंने भारत के कोर्ट ऑफ़ कंटेंट का भी उलंघन किया है।
*Question*
मुक्यमंत्री ने जो आवेदन दिया है पत्थर खदान के लिए उसमे अपना नाम और पता पैतृक लिखा हुआ है - मुख्यमंत्री आवास नहीं लिखा है - किस तरह से पुरे कागज़ मंजूर हुए है उस पूरी प्रक्रिया को कैसे देखते है?
*रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड*
सारी कागज हमने राज्य्पाल को दे दी है अब इस मामले की जाँच चल रही है और मैं इसमें कहना उचित नहीं लगता है। जाँच हो रही है और निश्चित रूप से जो तत्य हमने दिए है एकदम सही तत्य है सारे दस्तावेजों को हमने सूचना का अधिकार से निकल कर ही दिए है। मुझे पूरा भरोसा है की जो दस्तावेज़ है उसके आधार पर इन पर डिसक्वालिफाई का मामला बनता है।
*Question*
मामला बनता है और सुनवाई भी हो रही है लेकिन इंतज़ार है नतीजे का।
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- Asia
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